बुधवार, 17 फ़रवरी 2016

लहसुन 

: 200 ग्राम लहसुन पीसकर उसमें 60 मिली शहद मिलाकर एक साफ-सुथरी शीशी में भरकर ढक्कन लगाएं और किसी भी अनाज में 31 दिन के लिए रख दें। 31 दिनों के बाद 10 ग्राम की मात्रा में 40 दिनों तक इसको लें। इससे यौन शक्ति बढ़ती है।
लहसुन का सेवन करने वालों को टीबी रोग नहीं होता. लहसुन एक शानदार कीटाणुनाशक है, यह एंटीबायोटिक दवाइयों का अच्छा विकल्प है. लहसुन से टीबी के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं.
प्रयोग-1 बेजोड़ एंटीबायोटिक
सबसे पहले लहसुन के छिलके उतार दीजिए उसके बाद एक कली के तीन-चार टुकड़े कर लें. सुबह-शाम भोजन के आधा घंटे बाद काटे हुए दो टुकड़ों को मुंह में रखें और धीरे-धीरे चबाएं. जब अच्छी तरह से उस लहसुन का रस बन जाए तब थोड़ा स पानी पीकर सारी चबाई हुई लहसुन को निगल जाएं. अगर आप लहसुन का तीखापन सहन नहीं कर सकते तो एक-एक मनुक्का में दो-दो टुकड़े रखकर चबाएं.
प्रयोग-2 हर दर्द का रामबाण उपाय
लहसुन की चार कलियां छील ले और उन्हें तीस ग्राम सरसों के तेल में डाल दें. उसमें आधा चम्मच अजवाइन के दाने डालकर धीमी-धीमी आंच पर पकने दे. जब लहसुन और अजवाइन काली हो जाए तब तेल उतारकर ठंडा कर छान लें. अब इस गुनगुने गर्म तेल से मालिश करे. ऐसा करने से हर प्रकार का बदन दर्द दूर हो जाता है.
विशेष- अस्थमा का अचूक उपाय
लहसुन को दमा के इलाज में बहुत कारगर माना जाता है. इसके लिए 300 मिली दूध में लहसुन की पांच कलियां डालकर उबालें और इस मिश्रण का हर रोज सेवन करे. इससे दमे की शुरुआती अवस्था में काफी फायदा मिलता है. इसके अलावा अदरक की गरम चाय में लहसुन की दो कलियां मिलाकर पीने से भी अस्थमा पर नियंत्रण पा सकते है.

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