गुरुवार, 19 सितंबर 2019

यहां पर कानों में डालने की दवाई (ईयर ड्रॉप्स) बताई जा रही है जिन्हें कान के विभिन्न रोगों में प्रयोग किया जाता है।

 ● कैमोमिला Q,  बेलाडोना Q,  मुलेन ऑयल। इन सभी को 40-40 बूंद की मात्रा में लें। फिर इस मिश्रण को ग्लिसरीन की 200 बूंद में मिलाकर रख लें। कान को साफ करके उसमें प्रतिदिन तीन बार 2-2 बूंद डालें। इस दवा से कान-दर्द, कान का बहना, कान में आवाज होना, बहरापन आदि में लाभ होता है। इस दवा का प्रयोग बच्चों पर ना करें।

 ● ग्रेफाइटिस Q,  कैमोमिला Q, बेलाडोना Q,  मुलेन ऑयल।  इन सभी को 20-20 बूंद की मात्रा में मिला लें। कान को साफ करके उसमें प्रतिदिन 3 बार 2-2  बूंद डालें। इस दवा से कान का दर्द, भारीपन, कान बहना, कान में फुंसी, कान में आवाज होना, खुजली होना, बहरापन आदि में बहुत लाभ होता है।

 ● बेलाडोना Q,  एसिड बोरिक Q,  कैलेंडुला ऑफ Q,  मुलेन ऑयल।  सभी 10-10 बूंद लें। फिर इसमें ग्लिसरीन की 50 बूंद मिला लें। इसे कान को साफ करके प्रतिदिन दो-दो बूंद दो बार डाले। इससे कानों से पानी या मवाद आना, कान में घाव या फोड़ा होने के कारण दर्द होना, कान में भनभनाहट सी सुनाई देना,  कम सुनाई देना आदि में लाभप्रद है। संक्षेप में कान के प्रायः समस्त रोगों में लाभप्रद है।

 ● बोरिक एसिड Q - 1 ड्राम,  प्लेंटेगो मेजर Q - 2 ड्राम।  इन दोनों को शुगर ऑफ मिल्क 60 ग्रेन में मिला लें। जब पाउडर सुख जाए तो कान बहने की स्थिति में कान की सफाई करके इस पाउडर की थोड़ी सी मात्रा कान में फूंकना चाहिए। 

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